इसरो द्वारा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी52 के माध्यम से इसके प्रमुख पेलोड—पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (ईओएस)-04—सहित दो अन्य उपग्रहों—INSPIREsat-1 और आईएनएसटीडी-2टीडी—को 14 फरवरी, 2022 को प्रक्षेपित किया गया। इस प्रक्षेपण के अंतर्गत तीनों उपग्रहों को 529 किलोमीटर की उनकी वांछित कक्षा—सूर्य  तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षा—में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया। यह पीएसएलवी की 54वीं उड़ान और 6 पीएसओएम-एक्सएलएस के साथ पीएसएलवी-एक्सएल कॉन्फिगरेशन का प्रयोग करने वाला 23वां मिशन था।

पीएसएलवी-सी52 के उपग्रह

ईओएस-04, जो 10 वर्षों की मिशन लाइफ (अंतरिक्ष में उपग्रह का कार्यकाल) वाला एक रेडार इमेजिंग सैटेलाइट है, को कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, बाढ़ मानचित्रण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान जैसे अनुप्रयोगों के लिए सभी मौसम स्थितियों में उच्च गुणवत्ता वाली छवियां प्रदान करने के लिए अभिकल्पित किया गया है। इसका वजन लगभग 1,710 किलोग्राम है, जो 2280 वाट की विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करता है। सी-बैंड में पृथ्वी अवलोकन डेटा एकत्र करते हुए, यह उपग्रह रिसोर्ससैट, कार्टोसैट शृंखला और आरआईएसएटी-28 शृंखला के डेटा का पूरक है।

आईएनएस-2टीडी इसरो का एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह है, जो भारत-भूटान संयुक्त उपग्रह (INS-2B) का पूर्ववर्ती (प्रीकर्सर) है। इसकी मिशन लाइफ 6 माह थी। एक पेलोड के रूप में इसका थर्मल इमेजिंग कैमरा, उपग्रह को निम्नलिखित का मूल्यांकन करने की सुविधा प्रदान करता है:

  • भूमि की सतह का तापमान;
  • आर्द्रभूमियों/झीलों के पानी की सतह का तापमान;
  • वनस्पति (फसलें और वन) का चित्रण; और
  • तापीय जड़त्व (दिन/रात)।

INSPIREsat-1: INSPIREsat-1 एक छात्र उपग्रह है जिसे भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) ने अमेरिका के कोलोराडो विश्वविद्यालय के सहयोग से विकसित किया है। इसकी मिशन लाइफ 1 वर्ष थी। इसके अन्य योगदानकर्ता एनटीयू, सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान हैं। ये दोनों वैज्ञानिक पेलोड आयनमंडल की गतिशीलता और सूर्य की प्रभामंडलीय तापन की प्रक्रियाओं को बेहतर रूप से समझने में योगदान देते हैं।


भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी), एशिया का पहला अंतरिक्ष विश्वविद्यालय, की स्थापना भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 2007 में तिरुवनंतपुरम में की गई थी। यह संस्थान अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोगों के व्यापक क्षेत्रों में स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और पोस्ट-डॉक्टोरल कार्यक्रम प्रदान करता है। आईआईएसटी संस्थान शिक्षण, अध्ययन और अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध है। यह संस्थान अंतरिक्ष अध्ययन में अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देता है और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए नई दिशाओं का पता लगाने हेतु एक थिंक-टैंक के रूप में कार्य करता है।


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