आकाश में सर्वाधिक चमकीले ड्वार्फ तारों के चारों ओर कक्षा में हजारों बहिर्ग्रहों (एक्सोप्लैनेट्स) का पता लगाने के उद्देश्य से नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (टेस—TESS) का अप्रैल 2018 में प्रक्षेपण किया गया। मिशन टेस, केपलर अंतरिक्षीय दूरदर्शी का परवर्ती था। कुछ वर्ष पहले केपलर के हार्डवेयर ने ठीक से काम करना बंद कर दिया था, इसलिए टेस के प्रक्षेपण के तुरंत बाद इसे निवृत्त कर दिया गया। केपलर की भांति टेस ने भी बहिर्ग्रह की खोज के लिए पारगमन (ट्रांजिट) विधि का उपयोग किया। इस विधि के तहत सितारों से आ रही दीप्ति में उन आवधिक बूंदों का अवलोकन किया गया जो तारों एवं पृथ्वी के बीच से एक ग्रह के गुजरने का संकेत दे सकता है। यद्यपि टेस की तुलना में केपलर का अवलोकन क्षेत्र (300 प्रकाश वर्ष की दूरी तक) कहीं अधिक था, तथापि इसका दृश्य क्षेत्र सीमित था। टेस को 300 प्रकाश वर्ष की दूरी तक आकाश के उत्तरी गोलार्ध सहित दक्षिणी गोलार्ध के अबाधित विशालदर्शी दृश्य के अवलोकन हेतु अभिकल्पित किया गया था; इसीलिए यह अधिक व्यापक सीमा तक के डेटा का संग्रहण करने में सक्षम था।

मिशन के पहले वर्ष में टेस ने दक्षिणी आकाश का और फिर दूसरे वर्ष में उत्तरी आकाश का अवलोकन किया। टेस का दो वर्षीय प्रारंभिक मिशन जुलाई 2020 में पूर्ण हो गया, और अब यह विस्तारित मिशन पर है तथा उत्तरी आकाश का अवलोकन कर रहा है। जुलाई 2020 तक, टेस ने लगभग 75 प्रतिशत आकाश का प्रतिबिंबन किया था और 66 बहिर्ग्रहों के साथ ही 2,100 अन्य संभावित बहिर्ग्रहों की भी पुष्टि की। इसने पृथ्वी के समान प्रतीत होने वाले बहिर्ग्रह एचडी 21749सी, जीजे 357 सिस्टम में तीन ग्रहों (संभवतः एक निवास योग्य ग्रह सहित) की पुष्टि की। मार्च 2021 में, नासा ने घोषणा की कि टेस ने 2,200 बहिर्ग्रहों का पता लगाया है, तथा 2021 के अंत तक इनकी संख्या 5,000 से अधिक हो चुकी थी। नवंबर 2019 में, यह घोषणा की गई थी कि टेस परग्रही ज्ञान की खोज में ‘ब्रेकथ्रु लिसन’ (ब्रेकथ्रु पहल का एक भाग) के साथ मिलकर काम करेगा। टेस ऑब्जेक्ट्स ऑफ इंट्रेस्ट की पहचान करेगा, जैसेकि संभावित रूप से निवास योग्य बहिर्ग्रह, तथा अन्य दूरबीनें उन्हें इंगित करेंगी और रेडियो सिग्नल या टेक्नोसिग्नेचर (उन्नत प्रौद्योगिकियों के संकेत जो प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले विशिष्ट पदार्थ से अलग होते हैं) की खोज करेंगी। नासा ने जनवरी 2019 में, यह घोषणा की थी कि टेस ने लाल वामन नक्षत्र के रहने योग्य क्षेत्र (ऐसा क्षेत्र जहां तापमान तरल जल की अवस्थिति की सुविधा देगा) में पृथ्वी के आकार के पहले ग्रह, ‘टीओआई 700डी’ की खोज की थी। नासा के ‘स्पिट्जर स्पेस टेलिस्कोप’ ने बाद में इस ग्रह के अस्तित्व की पुष्टि की। डोरैडो तारामंडल में यह ग्रह प्रणाली लगभग 100 प्रकाश वर्ष दूर है।

जनवरी 2022 में नासा के टेस का प्रयोग करते हुए खगोलविदों ने टीआईसी 400799224 नामक एक पिण्ड का पता लगाया, जो एक द्वितारा प्रणाली या बाइनरी स्टार हो सकता है (जिसमें से एक तारा विशाल धूल के बादल जो एक बड़े क्षुद्रग्रह का मलबा हो सकता है) से घिरा है।

मई 2022 में, खगोलविदों ने टेस की मदद से एचडी 260655 नामक रेड ड्वार्फ तारे के नजदीक एक ट्रांजिटिंग बहु-ग्रहीय प्रणाली का पता लगाया। यह हमारी सौर प्रणाली के समकालीन नहीं है। 33 प्रकाश वर्ष दूर स्थित एचडी 260655, एचडी 219134, एलटीटी 1445A, और AUMiC नामक ज्ञात ट्रांजिटिंग तीन सौर प्रणालियों के बाद चौथी सबसे नजदीक सौर प्रणाली है।

एचडी 260655, जैमिनी तारामण्डल का एक उच्च गतिशील तारा है जिसे गिलेसी 239, टीओआई 4599, एलएचएस 1858, एचआईसी 31635 और वोल्फ 287 के नाम से भी जाना जाता है, की कक्षा की 2.8 और 5.7 दिनों की अवधि पर एचडी 260655 b, (पृथ्वी से 1.24 गुना बड़ा), और एचडी 260655 c नामक दो ग्रह परिक्रमा करते हैं।

ये खोजें सौर प्रणाली की उत्पत्ति एवं संरचना के बारे में हमारा ज्ञानवर्द्धन करेंगी और निम्न द्रव्यमान तारों के चुम्बकीय क्षेत्रों तथा ग्रहीय प्रणाली में उनकी प्रभाविकता के अध्ययन के नए मार्ग खोलेंगी।

टेस ने बहिर्ग्रह की खोज के अलावा, हमारे सौर मंडल में धूमकेतु के प्रस्फोट के साथ-साथ कई विस्फोटक सितारों का भी अवलोकन किया है। इसने एक परीचित द्विआधारी तारा प्रणाली में अप्रत्याशित ग्रहणों का अवलोकन किया, साथ ही स्पंदनशील तारों की एक श्रेणी के रहस्य का भी समाधान किया, और यहां तक कि इसने एक तारे को ब्लैक होल में गिरते हुए भी देखा।

टेस, नासा का एक एस्ट्रोफिजिक्स एक्सप्लोरर मिशन (खगोल भौतिकी खोजी अभियान) है, जिसका संचालन मॉसचुसेट्स में स्थित मॉसचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी), कैम्ब्रिज द्वारा तथा प्रबंधन नासा के ग्रीनबेल्ट—मैरी लैंड में स्थित गोडार्ड स्पेस लाइट सेंटर द्वारा किया जाता है। इस मिशन में कई अन्य संस्थान भी जुड़े हैं।

© Spectrum Books Pvt. Ltd.

error: Content is protected !!

Pin It on Pinterest

Share This