आयरन डोम कॉमन बिल्डिंग ब्लॉक पर आधारित एकमात्र बहु-मिशन प्रणाली है जो जमीन और समुद्र की रक्षा के लिए रॉकेट्स, आर्टिलरी (तोपखाना) और मोर्टार तोपों (C-RAM अर्थात काउन्ट्रर रॉकेट्स, आर्टिलरी एण्ड मोर्टार्स), तथा प्रिसाइस गाइडेड मिसाइल [इसका उद्देश्य सम्पार्श्विक क्षति (कोलैट्रल डैमेज) को कम करना और लक्षित लक्ष्यों के खिलाफ घातकता को बढ़ाने के लिए किसी विशिष्ट लक्ष्य पर सटीक रूप से निशाना साधना है।] जैसी वेरी शॉर्ट रेन्ज एयर डिफेन्स सिस्टम का प्रतिरोध करने के लिए एक कॉम्बैट प्रूवन (युद्ध में लड़ने की प्रमाणित क्षमता) रक्षा समाधान प्रदान करती है। इसे अमेरिका की वित्तीय एवं तकनीकी सहायता से इजरायल स्थित राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स और इजरायल एरोस्पेस द्वारा विकसित किया गया है।

यह प्रणाली दिन और रात, तथा सभी प्रकार के मौसम की स्थिति में संचालित होती है, जिसमें हल्के बादल, बारिश, आंधी या कोहरा शामिल हैं। आयरन डोम शहरों, कस्बों और रणनीतिक परिसम्पत्तियों, युद्धाभ्यास बलों के साथ-साथ जहाजों की भी सुरक्षा करता है। आयरन डोम एक साथ कई खतरों का कुशलता से सामना करने में सक्षम है।

विदित है कि आयरन डोम को 27 मार्च, 2011 में बरशेबा में तैनात किया गया था, लेकिन इजरायली सरकार को इसका विचार सबसे पहले वर्ष 2006 में आया था, जब दूसरे इजरायल-लेबनान युद्ध के दौरान हिजबुल्लाह (लेबनानी शिया इस्लामिक राजनीतिक दल और आतंकवादी संगठन) द्वारा लगभग 4,000 रॉकेट उत्तरी इजरायल में दागे गए, जिसके कारण इजरायल को अत्यधिक क्षति उठानी पड़ी।

आयरन डोम को लाभप्रद माना जाता है क्योंकि यह पूर्व-निर्धारित संरक्षित क्षेत्र को गम्भीर खतरों से प्रभावी तरीके से निपटने में सक्षम बनाता है, और इस प्रकार यह अनावश्यक इन्टरसेप्टर मिसाइल [एक एन्टी-बैलिस्टिक मिसाइल (एबीएम), जो सतह से हवा में मार सकने में सक्षम है। इसे किसी भी देश से लॉन्च की गई इन्टरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों जैसी मध्यवर्ती रेज की मिसाइलों का प्रतिरोध करने के लिए अभिकल्पित (डिजाइन) किया गया है।] के हमले के जोखिम को कम करता है। यह प्रणाली एक विशेष वारहेड के साथ एक अद्वितीय इन्टरसेप्टर का उपयोग करती है जो हवा में लक्षित वारहेड को विस्फोटित करता है। यदि हवाई खतरे का अनुमानित उड़ान पथ संरक्षित क्षेत्र की ओर बढ़ रहा हो, तो एक कमांड (निर्देश) दिया जाता है और खतरे के खिलाफ एक इन्टरसेप्टर मिसाइल छोड़ी जाती है। आयरन डोम अत्यधिक गतिशील है, जिसे शहरी क्षेत्र, फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी—एक सुरक्षित सैन्य परिचालन स्थिति है जिसका उपयोग भविष्य के सैन्य संचालन एवं रणनीतिक केंद्र के रूप में किया जाता है।) या सैन्य इकाइयों की आवाजाही की रक्षा के लिए व्यवस्थित किया जा सकता है। आयरन डोम को अधिकांश ऑफ-द-शेल्फ (ऐसे उत्पाद जो उपयोग हेतु तुरन्त उपलब्ध होते हैं तथा जिसे किसी विशेष उद्देश्य के अनुरूप बनाने की आवश्यकता नहीं होती।) वाहनों और अधिकांश परिवहन विमानों पर भेजे जाने वाले रोल-ऑन-रोल-ऑफ (परिचालन हेतु पूर्ण रूप से तैयार) वाहन पर एकीकृत किया जा सकता है।

डोम की कार्य प्रणाली

आयरन डोम में तीन मुख्य घटक हैं—डिटेक्शन एण्ड ट्रैकिंग रडार, युद्ध प्रबन्धन एवं शस्त्र नियन्त्रण प्रणाली (बीएमसी), और मिसाइल फायरिंग यूनिट (एमएफयू)। इसमें शामिल रडार किसी भी खतरे का पता लगाने के लिए डिटेक्शन एण्ड ट्रैकिंग करता है, जबकि बीएमसी मूलतः रडार और तामीर इन्टरसेप्टर मिसाइल के बीच सम्पर्क स्थापित करती है, जबकि इन्टरसेप्टर मिसाइल शत्रु के रॉकेट को हवा में ही नष्ट कर देती है। जब शत्रु द्वारा दागे गए रॉकेट इसकी ओर आते हैं तो इसकी रडार प्रणाली उन रॉकेटों के पथ का तुरन्त विश्लेषण कर उनकी भयावहता का सटीक अनुमान लगाती है। आयरन डोम बैट्री में 3-4 लॉन्चर होते हैं, जिनमें से प्रत्येक लॉन्चर में 20 मिसाइल होती हैं।

इसके अलावा, मध्यम और लम्बी दूरी के खतरों से निपटने के लिए आयरन डोम को डेविड की स्लिंग और एरो नामक दो भागों में निर्मित किया गया है, जिनमें से डेविड की स्लिंग को कम ऊंचाई पर बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है और एरो सिस्टम मोटर डाइवर्ट क्षमता से लैस है, जो मिसाइलों की दिशा बदल सकता है। इजरायली रक्षा स्रोतों के अनुसार, आयरन डोम के सॉफ्टवेयर को इसकी स्थापना के बाद से ही लगातार अपडेट किया जाता रहा है, जबकि इसका हार्डवेयर यथावत है। इजरायली रक्षा स्रोतों और राफेल के अनुसार, इसकी सफलता दर 90 प्रतिशत से अधिक है। (हालांकि, विशेषज्ञ इसकी सफलता दर 80 प्रतिशत से अधिक मानते हैं।)

विशेषताएं

  • वर्टिकली लॉन्च इन्टरसेप्टर (ऊर्ध्वाधर दिशा में मार सकने वाला इन्टरसेप्टर)
  • अत्यधिक सटीक और प्रभावी वारहेड और प्रॉक्सिमिटी फ्यूज (इसे Vt फ्यूज भी कहा जाता है; यह बम, तोपखाने के गोले और खदानों में उपयोग किया जाने वाला एक विस्फोटक उपकरण है।);
  • स्थैतिक या गतिशील लॉन्चर;
  • असाधारण रूप से कम लागत;
  • कई रडार और पहचान प्रणाली के साथ संयोजन क्षमता;
  • 2,000 से अधिक अवरोधों के साथ युद्ध प्रमाणित;
  • जनसंख्या, रणनीतिक और परिसम्पत्तियों की सुरक्षा से सम्पार्श्विक क्षति कम होती है;
  • संकेन्द्रित विस्फोटों और चुनौतीपूर्ण परिदृश्यों के खिलाफ प्रभावी;
  • तेजी से विकसित हो रहे खतरे के लिए अनुकूल; और
  • खतरे को भेदने में प्रभावी।

सी-डोम आयरन डोम प्रणाली पर आधारित है। यह जहाजों और अन्य समुद्र आधारित रणनीतिक परिसम्पत्तियों को आधुनिक नौसैन्य खतरों से बचाता है। सी-डोम आयरन डोम इन्टरसेप्टर, एक ऊर्ध्वाधर लॉन्चर, आयरन डोम बैटल मैनेजमेंट सेन्टर के घटकों और जहाज पर स्थित निगरानी रडार का उपयोग करता है। सी-डोम असीमित 360 डिग्री दिगंश क्षेत्र में एक साथ कई लक्ष्यों पर वार करने की क्षमता प्रदान करता है। सी-डोम कम लागत पर एक संहत विस्तार-क्षेत्र में विशिष्ट प्रहार की क्षमता प्रदान करता है।

आई-डोम आयरन डोम का मोबाइल (चलनशील) संस्करण है, जिसे एकल ट्रक पर प्रणाली के सभी घटकों के साथ एक एकीकृत प्रणाली के रूप में स्थापित किया जा सकता है। यह मोटर चालित या मशीनीकृत सैन्य इकाई सुरक्षा प्रदान करता है, साथ ही सैन्य, औद्योगिक और प्रशासनिक प्रतिष्ठानों के लिए पॉइन्ट एयर डिफेन्स (यह एक सैन्य पद है जो किसी एकल सम्पत्ति जैसे भवन की रक्षा हेतु प्रयुक्त होता है।) भी प्रदान करता है।


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