किसी संगठन या फर्म में एक एजेंसी केमाध्यम से अस्थायी तौर पर या अनुबंध पर कर्मचारियों को नियुक्त करने की प्रक्रिया को ‘फ्लेक्सी स्टाफिंग’ कहा जाता है। इस प्रकार केरोजगार मॉडल में कर्मचारियों को एक स्टाफिंग एजेंसी द्वारा काम पर रखा जाता है, और फिर उपभोक्ता कंपनी (वह कंपनी जो ऐसे कर्मचारियों को काम पर रखती है) केपास उन्हें काम करने केलिए भेजा जाता है। स्टाफिंग एजेंसी केकर्मचारी और उपभोक्ता कंपनी केबीच कोई सीधा रोजगार संबंध नहीं होता। हालांकि, उपभोक्ता कंपनी को फ्लेक्सी स्टाफ केप्रति अपने कानूनी दायित्वों का निर्वहन दृढ़तापूर्वक करना पड़ता है। स्टाफिंग एजेंसी द्वारा कर्मचारियों को विशिष्ट रूप से किसी निश्चित अवधि केलिए एक लिखित रोजगार अनुबंध प्रदान किया जाता है। उपभोक्ता कंपनी स्टाफिंग कंपनी को शुल्क देती है, और स्टाफिंग कंपनी कर्मचारी को वेतन देती है।

कर्मचारी और नियोक्ता, दोनों केलिए लचीलेपन सहित सुरक्षा इस प्रकार की एजेंसी केकार्यान्वयन की प्रमुख विशेषता है।

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