भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पीएसएलवी-सी54 द्वारा नवंबर 2022 में अपने प्रमुख उपग्रह ईओएस-06 और आठ नैनो-उपग्रहों को दो अलग-अलग सूर्य तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षाओं (SSPOs) में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था और नियत समय में ही पीएसएलवी-सी54 ने ईओएस-06 को कक्षा-1 में अलग कर दिया, जिसके पश्चात 29 मार्च, 2023 को राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केन्द्र (एनआरएससी)/इसरो ने ईओएस-06 बोर्ड पर महासागर वर्ण मॉनिटर (ओसीएम) नीतभार द्वारा लिए गए 2,939 अलग-अलग प्रतिबिबों के संयोजन से 1 किलोमीटर स्थानिक विभेदन के साथ तैयार किए गए वैश्विक फॉल्स कलर कंपोजिट (एफसीसी) मोजेक जारी किए। इसरो के अनुसार, 1-15 फरवरी, 2023 के दौरान की पृथ्वी को दिखाने के लिए 300 जीबी डेटा को संसाधित किया गया। इसरो द्वारा जारी किए गए इन प्रतिबिंबों में भारत सहित विश्व के अन्य क्षेत्रों के वनस्पति आवरण को दर्शाया गया है। ओसीएम वैश्विक महासागरों के लिए भूमि और महासागर बायोटा पर वैश्विक वनस्पति आच्छादन के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए 13 अलग-अलग तरंग दैर्घ्यों में पृथ्वी की क्षमताओं की पहचान करता है।

इस मिशन के तहत ईओएस-06 उपग्रह को उसकी निर्धारित कक्षा में स्थापित करने के पश्चात पीएसएसवी-सी54 वाहन के नोदन बे रिंग में डाले गए दो कक्षा परिवर्तन प्रणोदकों (OCTs) का उपयोग करते हुए कक्षा परिवर्तन किया गया। उसके बाद एनसिल के सभी सात वाणिज्यिक उपग्रहों—एस्ट्रोकास्ट (4); आनंद (1) और थायबोल्ट (2)—को कक्षा-2 में सफलतापूर्वक परिनियोजित कर दिया गया। वर्तमान में सभी उपग्रह अपनी नियोजित कक्षाओं में हैं। यह ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) की 56वीं उड़ान और 6 पीएसओएम-एक्सएल के साथ पीएसएलवी-एक्सएल संस्करण की 24वीं उड़ान थी।

पीएसएलवी-सी54 के उपग्रह

ईओएस-06: लगभग 1,117 किलोग्राम का ईओएस-06 ओशनसैट शृंखला में तीसरी पीढ़ी का उपग्रह है, जो संवर्धित नीतभार क्षमता के साथ ओशनसैट-2 अंतरिक्ष यान को निरंतर सेवाएं प्रदान करने के लिए है। इस उपग्रह में चार महत्वपूर्ण नीतभार—समुद्र वर्ण मॉनीटरन (ओशन कलर मॉनिटर—ओसीएम-3), समुद्री सतही तापमान मॉनीटरन (एसएसटीएम—सी सर्फेस टेंपरेचर मॉनिटर), केयू-बैंड प्रकीर्णमापी (एससीएटी-3—केयू-बैंड स्कैटरोमीटर) तथा विभिन्न तरंग दैर्घ्यों पर प्रतिबिंब प्रग्रहया के लिए अर्गोस—लगाए गए हैं। यह उपग्रह क्लोरोफिल, एसएसटी और हवा की गति, तथा भूमि आधारित भू-भौतिकीय प्राचलों का उपयोग करते हुए संभावित मत्स्यन क्षेत्र जैसे मूल्य वर्धित उत्पादों के लिए भी सहायक है।

ईओएस-06 मिशन के उद्देश्य: इस मिशन के उद्देश्यों में परिचालन अनुप्रयोगों की निरंतर सेवाओं के लिए महासागर के रंग और पवन वेक्टर डेटा की डेटा निरंतरता सुनिश्चित करना; अनुप्रयोगों में सुधार करने के लिए, कुछ अतिरिक्त डेटासेट जैसे समुद्र की सतह का तापमान और फ्लोरेसेंस के लिए ऑप्टिकल क्षेत्र में बैंड की अधिक संख्या और वायुमंडलीय सुधार के लिए इन्फ्रारेड क्षेत्र में समायोजित करना; तथा सुस्थापित अनुप्रयोग क्षेत्रों में सेवा देने और मिशन उपयोगिता को बढ़ाने के लिए संबंधित एल्गोरिदम और डेटा उत्पादों को विकसित/ उन्नत करना शामिल हैं।

आईएनएस-2बी: भारत-भूटान सैट (दोनों देशों का सहयोगी मिशन) के तहत भूटान के लिए इसरो नैनो सैटेलाइट-2 (आईएनएस-2बी) को आईएनएस-2 बस के साथ संरूपित (कॉन्फिगर) किया गया है। आईएनएस-2बी में NanoMx और एपीआरएस-डिजिपीटर नामक दो पेलोड हैं। NanoMx अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एसएसी) द्वारा विकसित एक मल्टीस्पेक्ट्रल ऑप्टिकल इमेजिंग पेलोड है, जबकि एपीआरएस-डिजिपीटर पेलोड को संयुक्त रूप से डीआईटीटी-भूटान और यूआरएससी द्वारा विकसित किया गया है।

एस्ट्रोकास्ट: यह एक 3U अंतरिक्ष यान पेलोड के रूप में इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के लिए एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक उपग्रह है। इसमें 4 एस्ट्रोकास्ट उपग्रह हैं। ये अंतरिक्ष यान ISISpace क्वाडपैक डिस्पेंसर के भीतर रखे गए हैं। यह डिस्पेंसर संदूषण से उपग्रह की रक्षा करता है।

आनंद: यह नैनो उपग्रह पृथ्वी की निम्न कक्षा में एक लघु उपग्रह का उपयोग करके पृथ्वी अवलोकन के लिए लघु पृथ्वी-अवलोकन कैमरे की क्षमताओं और व्यावसायिक अनुप्रयोगों को प्रदर्शित करने के लिए प्रौद्योगिकी प्रदर्शक है। यह एक तीन-अक्षीय स्थिर उपग्रह है जिसमें एक सैटबस शामिल है, जो टेलीमेट्री, टेली-कमांड, इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम, एटिट्यूड डिटर्मिनेशन और कंट्रोल सिस्टम (एडीसीएस), ऑन-बोर्ड कंप्यूटर आदि और एक पेलोड इकाई जैसी सभी उपप्रणालियों को समायोजित करता है।

थायबोल्ट: यह एक 0.5U अंतरिक्ष यान बस है जिसमें ध्रुव एयरोस्पेस के कई उपयोगकर्ताओं के लिए तीव्र प्रौद्योगिकी प्रदर्शन और तारामंडल विकास को सक्षम करने के लिए एक संचार पेलोड शामिल है। इसमें 2 उपग्रह शामिल हैं, जिन्हें न्यूनतम 1 वर्ष की सेवा अवधि के लिए विशिष्ट मिशन संचालन हेतु ध्रुव स्पेस ऑर्बिटल डिप्लॉयर का उपयोग करके तैनात किया गया है।

© Spectrum Books Pvt Ltd.

error: Content is protected !!

Pin It on Pinterest

Share This