जलवायु परिवर्तन पर अंतरसरकारी पैनल (आईपीसीसी) संयुक्त राष्ट्र का एक निकाय है, जोकि जलवायु परिवर्तन, इसके प्रभावों तथा भविष्य के संभावित खतरों तथा संभव प्रतिक्रिया विकल्पों से संबद्ध विज्ञान का आकलन करता है। इसकी स्थापना यूनाइटेड नेशंस एनवायरन्मेंट प्रोग्राम (यूएनईपी) तथा वर्ल्ड मेटरोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएमओ) द्वारा 1988 में की गई थी, जिससे नीति-निर्माताओं को नियमित वैज्ञानिक आकलन; जोकि जलवायु परिवर्तन, इसके प्रभावों तथा भविष्य के संभावित खतरों से संबद्ध हो तथा यह अनुकूलन तथा शमन रणनीतियों को भी बताए। इसके 195 सदस्य देश हैं। इसके आकलन सरकारों को, सभी स्तरों पर वैज्ञानिक जानकारी प्रदान करते हैं, ताकि जलवायु नीतियां विकसित की जा सकें। रिपोर्ट बनाने के लिए आईपीसीसी हजारों वैज्ञानिकों को संघटित करता है।
आईपीसीसी की रिपोर्ट को कई स्तरों पर ड्राफ्ट किया जाता है तथा इनकी समीक्षा की जाती है, जिससे रिपोर्ट की पारदर्शिता तथा निष्पक्षता की गारंटी होती है। आईपीसीसी हजारों प्रकाशित होने वाले वैज्ञानिक लेखों की समीक्षा करता है, जिससे जलवायु परिवर्तन से संबद्ध जोखिमों को नीति-निर्माताओं तक पहुंचाया जा सके।