by Spectrum Editorial Team | Jul 15, 2021 | अर्थशास्त्र
चक्रीय अर्थव्यवस्था को ‘वृत्तपरकता’ के रूप में जाना जाता है; यह एक ऐसी आर्थिक प्रणाली है जिसका उद्देश्य अपशिष्ट का निष्प्रभावन और संसाधनों का लंबे समय तक नियमित उपयोग करना है। अर्थव्यवस्था; मौजूदा अपशिष्टों से प्राप्त उत्पादों को पुनः उपयोग के लिए अनुकूलित करने तथा नए...
by Spectrum Editorial Team | Jul 15, 2021 | अर्थशास्त्र
वित्तीय बाजार में ‘हेयरकट’, किसी परिसंपत्ति के मूल्य में कमी को संदर्भित करता है। भारतीय बैंकिग तंत्र में किसी ऋण राशि और संपार्श्विक (प्रतिभूति) के रूप में प्रयुक्त संपत्ति के वास्तविक मूल्य के बीच के अंतर को ‘हेयरकट’ कहते हैं। यह ऋणदाता के लिए संपत्ति के मूल्य में...
by Spectrum Editorial Team | Jul 15, 2021 | अर्थशास्त्र
एरोसॉल का कश खींचने एवं छोड़ने की क्रिया को वैपिंग कहा जाता है। सामान्यतया इस क्रिया को वाष्प के रूप में संदर्भित किया जाता है, जो एक ई-सिगरेट या इसी प्रकार के उपकरण द्वारा उत्पन्न होती है। वैपिंग शब्द का उपयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि ई-सिगरेट में तंबाकू के धुएं की...
by Spectrum Editorial Team | Jul 15, 2021 | अर्थशास्त्र
लिक्विड फंड एक प्रकार के म्यूचुअल फंड होते हैं जिन्हें 91 दिनों तक की अवशिष्ट परिपक्वता अवधि के लिए प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है। इस निवेश योजना के तहत संपत्ति या धनराशि का निवेश लंबे समय के लिए नहीं किया जाता, क्योंकि लिक्विड फंड के लिए कोई निश्चित अवधि...
by Spectrum Editorial Team | Jul 15, 2021 | अर्थशास्त्र
क्वांट फंड एक विशेष प्रकार के म्यूचुअल फंड होते हैं, जिनके स्टॉक के चयन सहित संपत्ति का विनियोजन सांख्यिक या गणितीय मॉडल के पूर्वनिर्धारित नियमों के आधार पर तय किया जाता है। (यह एक निवेश रणनीति का कार्यान्वयन है, जो निवेशक के जोखिम, सहिष्णुता और निवेश समय सीमा के...
by Spectrum Editorial Team | Jul 15, 2021 | अर्थशास्त्र
दोहरा कराधान परिहार समझौता अर्थात डीटीएए (डबल टैक्सेशन एवॉइडेंस एग्रीमेंट) दो या उससे अधिक देशों के बीच की जाने वाली एक संधि है। इसका प्रमुख उद्देश्य दोनों देशों द्वारा अपने-अपने करदाताओं को एक ही आय पर दो देशों (अपने मूल देश तथा जिस देश में वे आय अर्जित करते हों) में...