शोधकर्ताओं ने घोषणा की कि उन्होंने फिलीपीन्स के सबसे बड़े द्वीप ल्यूजॉन पर आदिमानव की एक प्रजाति के अवशेषों को खोजा है, जो पहले अज्ञात थी। इस प्रजाति को होमो ल्यूजोनेन्सिस नाम दिया गया है। यह खोज 10 अप्रैल, 2019 को ‘नेचर’ नामक जर्नल में प्रकाशित हुई। इन नमूनों की आयु 67,000 वर्ष से 50,000 वर्ष के बीच है। यह मानव प्रजाति मानव के अत्यधिक पुरातन पूर्वजों तथा कम पुराने पूर्वजों का मिश्रण है। इसका मतलब यह हो सकता है कि आदिमानवों ने अफ्रीका से बाहर निकलकर दक्षिण-पूर्व एशिया की ओर रुख किया होगा। खोज से यह भी पता चलता है कि इस क्षेत्रा में मानव उत्पत्ति एक जटिल प्रणाली द्वारा हुई होगी। अनुमानतः इस क्षेत्रा में दो से तीन मानव प्रजातियां रहीं होंगी, जिनमें से एक प्रजाति छोटे हॉबिट-होमो फ्लोरेसिएन्सिस की थी, जोकि इंडोनेशिया के फ्लोरेस द्वीप पर 50,000 वर्ष पहले तक जीवित थी।
शोधकर्ताओं को ल्यूजॉन स्थित कलाओ गुफा की खुदाई के दौरान विभिन्न प्रजातियों की हड्डियां और दांत मिले। कलाओ गुफा फिलीपीन्स के कागायन प्रांत के पेनाब्लांका नगर निगम में स्थित चूना पत्थर से निर्मित एक गुफा है।
2019 की यह खोज स्पष्ट करती है कि कलाओ गुफा की स्तरित परतों में कम-से-कम तीन व्यक्तियों की अस्थियां प्राप्त हुईं थीं। खोजी गई नवीन प्रजाति, होमो ल्यूजोनेन्सिस प्रजाति होमो की पूर्व में पहचानी गई प्रजातियों से अलग थी। इसमें एच. फ्लोरेसिएन्सिस और एच. सेपियन्स शामिल थे। ल्यूजॉन द्वीप तक केवल समुद्र के माध्यम से पहुंचा जा सकता है, इसलिए एक प्रश्न यह भी उठता है कि मानवों की पहली प्रजाति किस प्रकार समुद्र के माध्यम से यहां पहुंची होगी। साथ ही होमो ल्यूजोनेन्सिस के अलावा इस क्षेत्रा में एक अन्य प्रजाति ‘डेनी सोवान्स’ भी रहती थी, जिससे ऐसा लगता है कि जब वे इस क्षेत्रा में पहुंचे होंगे तब उन्होंने आधुनिक मानव प्रजाति होमो (सेपियन्स) के सदस्यों के साथ संकरण किया होगा। यह आकलन डीएनए के माध्यम से किया गया क्योंकि इस क्षेत्रा में डेनी सोवान्स प्रजाति के जीवाश्म नहीं मिल सके।
होमो ल्यूजोनेन्सिस की शारीरिक संरचना हाल के इंसानों से मिलती है परंतु अन्य विशेषताएं ऑस्ट्रेलोपाइथेशियन जैसे जीवों से मिलती हैं, जोकि वनमानुष की तरह सीधे चलते थे। ये जीव अफ्रीका में लगभग 4 मिलियन वर्ष पहले रहा करते थे और ‘होमो’ प्रजाति के सबसे पहले सदस्यों की तरह थे।
रुचिकर बात यह है कि कुछ शोधकर्मी कह रहे हैं कि होमो फ्लोरेसिएन्सिस के शारीरिक गुण ऑस्ट्रेलोपाइथेशियन से मिलते-जुलते हैं, परंतु अन्य शोधकर्मियों का कहना है कि हॉबिट होमो इरेक्टस से आए परंतु उनकी कुछ शारीरिक रचना अधिक पुरातन परिस्थिति में ही रह गई।
यदि ऑस्ट्रेलोपाइथेशियन जैसी प्रजातियां दक्षिण-पूर्वी एशिया तक पहुंच सकती थीं, तो इस विषय पर हमारी सोच बदल जाएगी कि हमारे मानव परिवार में सबसे पहले किसने अफ्रीका छोड़ा था। ऐसा बहुत समय से माना जाता था कि होमो इरेक्टिकस वे पहले सदस्य रहे होंगे, जिन्होंने लगभग 1.9 मिलियन वर्ष पहले अफ्रीका छोड़ा था।
शोधकर्ताओं के अनुसार, एच. फ्लोरेसिएन्सिस तथा एच. ल्यूजोनेन्सिस की कई समानताएं प्रथम होमो प्रजातियों तथा ऑस्ट्रेलोपिथ से मिलती हैं। ऐसा लगता है कि एच इरेक्टिकस के अलावा कुछ बिना पहचाने गए जीव भी अफ्रीका से यूरोप तथा एशिया में आए होंगे, जिन्होंने बाद में दोनों द्वीपीय प्रजातियों को जन्म दिया होगा।