by Spectrum Editorial Team | Nov 18, 2023 | अर्थशास्त्र
अनिवार्य संपरिवर्तनीय ऋणपत्र (CCD—Compulsorily Convertible Debenture) एक प्रकार का बॉण्ड है जिसके लिए एक निर्दिष्ट अवधि में, ऋणपत्र के संपूर्ण मूल्य को शेयरों (अंशों) में संपरिवर्तित किया जाना आवश्यक होता है। CCDs वित्तपोषण के महत्वपूर्ण साधन हैं जिस पर व्यवसाय निधि...
by Spectrum Editorial Team | Nov 17, 2023 | अर्थशास्त्र
सामान्यतया एक अल्पावधिक वायदा संविदा, जिसका निपटान नकद में किया जाता है, को गैर-सुपुर्दगी योग्य वायदा संविदा (Non-Deliverable Forward Contract—NDFC) कहा जाता है। चूंकि कल्पित (नोशनल) राशि कभी अंतरित नहीं की जाती, इसलिए परिसंपत्ति को ‘गैर-सुपुर्दगी योग्य’ कहा जाता है।...
by Spectrum Editorial Team | May 31, 2023 | अर्थशास्त्र
विदेश व्यापार नीति (एफटीपी), 2015-20, जो 31 मार्च, 2020 को समाप्त होनी थी, को कोविड-19 महामारी और अस्थिर भू-राजनीतिक परिदृश्य के कारण 31 मार्च, 2023 तक के लिए बढ़ा दिया गया था। इस अवधि के दौरान, भारत ने वाणिज्यिक वस्तुओं एवं सेवाओं के निर्यात में उच्च प्रदर्शन करके...
by Spectrum Editorial Team | Dec 22, 2021 | अर्थशास्त्र
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (एमओसीआई) द्वारा 08 नवंबर, 2021 को लीड्स (लॉजिस्टिक्स ईज अक्रॉस डिफरेंट स्टेट्स) 2021 सूचकांक जारी किया गया। यह लीड्स सूचकांक का तीसरा संस्करण है (जैसाकि 2020 में कोविड-19 के कारण इस सूचकांक को जारी नहीं किया जा सका)। इस सूचकांक के तहत तीन...
by Spectrum Editorial Team | Jul 30, 2021 | अर्थशास्त्र
यूरोपीयन ग्रीन डील 2050 तक यूरोप को पहला जलवायु-तटस्थ महाद्वीप बनाने केलक्ष्य केसाथ नीतिगत पहलू है। यह डील एक स्वच्छ, चक्राकार अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर कर संसाधनों केकुशल उपयोग को बढ़ावा देने सहित जैव विविधता को बहाल कर प्रदूषण में कटौती की कार्य योजना प्रदान करती है।...
by Spectrum Editorial Team | Jul 30, 2021 | अर्थशास्त्र
ग्रीन रेटिंग फॉर इंटीग्रेटेड हैबिटेट असेसमेंट को संक्षिप्त रूप से ‘जीआरआईएचए’ (GRIHA) कहा जाता है। ‘जीआरआईएचए’ को ‘नए भवनों’ (ऐसे भवन जिनका निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है) का स्वरूप निर्धारित करने तथा उनका मूल्यांकन करने केलिए विकसित किया गया है। इस प्रणाली केतहत...